जिनके खुद के घर में मारामारी, वो कर रहे है होडल से बीजेपी की टिकट पर दावेदारी।
होडल,
विधानसभा चुनावों को लेकर एक ही परिवार के लोगों में घमासान मचा हुआ है। दोनों ही भाजपा की टिकट को लेकर दावेदारी जता रहे हैं। पार्टी के पैनल में किसका नाम आगे चल रहा है या नहीं चल रहा है यह भविष्य के गर्भ में है। है पार्टी में किसकी लाबी की पैरवी असरदार साबित होगी यह समय पर टिकट बटवारे के बाद खुलासा होगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक रामरतन अपने पुत्र हरेंद्र सिंह को टिकट दिलाने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं, वहीं उनके पुत्र कृष्ण कुमार का दावा है कि उनके पिता पुत्र वधू ममता की मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं।
पूर्व विधायक रामरतन परिवार के अंतर्कलह से जूझ रहे हैं। उनके दोनों पुत्र अपनी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। पूर्व विधायक रामरतन के दोनों पुत्र होडल आरक्षित विधानसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव लडने की ताल ठोक रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर जहां रामरतन माथा पीट रहे हैं वहीं पूरे विधानसभा क्षेत्र में हंसी के पात्र बन रहें हैं। लोगों का कहना है कि पूर्व विधायक रामरतन के दोनों पुत्र अपने समाज के दम पर चुनाव जीत दर्ज करने की ख्वाहिश पूरी करना चाहते हैं। पूर्व विधायक रामरतन सन् 1991मे कांग्रेस की टिकट पर चौधरी देवीलाल की पार्टी के टिकट पर चुनाव लड रहे चौधरी उदयभान को शिकस्त देकर पहली बार विधानसभा में पहुंचे और दूसरे चुनाव में उन्हें चौधरी उदयभान से ही पराजित होना पड़ा। इस दौरान हरियाणा की राजनीति में भाजपा भी उभरकर सामने आ रही थी। समय की नजाकत को समझते हुए पूर्व विधायक रामरतन ने भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा में शामिल होकर वह संगठन के कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाने लगे। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की तारीख निश्चित होते ही राजनेतिक पार्टियों में टिकट बटवारे को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। भाजपा पार्टी के लिए पार्टियों के पुराने नेता टिकट की दौड़ में लगे हुए है होडल विधानसभा में एक ही परिवार के दो लोग बीजेपी से होडल विधानसभा की टिकट की दावेदारी पेश कर रहे है। होडल से पूर्व विधायक रामरतन के पुत्र हरेंद्र सिंह टिकट की दौड़ में है वहीं उनके पुत्र कृष्ण कुमार की पत्नी रामरतन की पुत्रवधु ममता भी बीजेपी की टिकट पर अपनी दावेदारी पेश कर रही है। एक ही परिवार के दोनो लोगो ने पूरे विधानसभा क्षेत्र में प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया और पोस्टर होर्डिंग भी लटका दिए है। 1991 में होडल से विधानसभा चुनाव जीतने वाले विधायक रामरतन के पुत्र और दूसरे पुत्र की पत्नी में टिकट को लेकर मारामारी देखने को मिल रही है। शहर के लोगो में यह भी चर्चा सुनने को मिल रही है कि अगर बीजेपी पार्टी अपने वर्तमान विधायक जगदीश नायर पर भरोसा नहीं भी करती है और रामरतन के किसी भी पुत्र को टिकट दे देती है तो क्या वह कांग्रेस के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष व होडल से पूर्व विधायक उदयभान को टक्कर दे पाएगा। दलित समाज के लोगों का कहना है कि पूर्व विधायक रामरतन के दोनों पुत्र कभी भी समाज के किसी भी सामाजिक गतिविधियों में शामिल नहीं हुए और ना ही समाज के लिए उनका कोई योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक कार्यक्रम में भी कभी अपनी पूर्ण सहभागिता सुनिश्चित की है ऐसे में वह कैसे समाज के लोगों के नाम पर दावेदारी पेश कर रहे हैं। कुछ लोगों ने तो तंज कसते हुए कहा कि जिनके खुद के घर में मारामारी, वो कर रहे है होडल से बीजेपी की टिकट पर दावेदारी।
होडल ब्यूरो रिपोर्ट
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